Harappan Civilisation Notes| Hindi/English

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कक्षा 12 इतिहास – अध्याय 1

ईंटें, मनके और अस्थियाँ – हड़प्पा सभ्यता

परिचय

हड़प्पा सभ्यता (Harappan Civilisation) दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है। हड़प्पा सभ्यता का समय लगभग 2600 BCE से 1900 BCE के बीच का माना जाता है।

Harappan civilisation

ये सभ्यता मेसोपोटामिया (Mesopotamia) और मिस्र (Egypt) की सभ्यताओं के समकालीन थी। हड़प्पा सभ्यता की खोज सबसे पहले 1921 में हड़प्पा (Harappa) नाम की जगह पर हुई थी, इसलिए इसका नाम हड़प्पा सभ्यता पड़ा।

Note– ये सभ्यता सिंधु नदी के किनारे विकसित हुई इसलिए इसे सिंधु घाटी सभ्यता(indus valley civilization) भी कहा जाता है।


1. हड़प्पा की खोज और नामकरण (Discovery and Naming of Harappan Civilisation)

  • प्रारंभिक खोज (Early Discoveries): 19वीं सदी में ब्रिटिश इंजीनियरों ने रेलवे लाइन बिछाते समय हड़प्पा के खंडहर देखे। लेकिन इन्हे नजरंदाज करके उन्होंने ईंटों को रेलवे ट्रैक बनाने के लिए इस्तेमाल किया, जिससे शहर का एक हिस्सा नष्ट हो गया।
  • पुरातात्विक उत्खनन (Archaeological Excavations): 1920 के दशक में दया राम साहनी (Harappa) और आर. डी. बनर्जी (Mohenjo-Daro) ने इसकी खुदाई शुरू की।
  • नामकरण (Naming): चूंकि हड़प्पा सबसे पहली खोजी गई जगह थी, इसलिए इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रख दिया गया।

2. सभ्यता का काल विभाजन (Periodisation)

पुरातत्वविदों ने हड़प्पा सभ्यता के इतिहास को तीन हिस्सों में बांटा है:

  1. प्रारंभिक हड़प्पा (Early Harappan) (लगभग 4700 BCE – 2600 BCE): बड़े शहर बनने से पहले का चरण। इस समय मे छोटे-छोटे गांव और कृषि का विकास होना शुरू हुआ।
  2. परिपक्व हड़प्पा (Mature Harappan) (लगभग 2600 BCE – 1900 BCE): इस दौरान बड़े-बड़े सहर बन चुके थे इस समय मे हड़प्पा सभ्यता अपने चरम पर थी। यह इस सभ्यता का स्वर्ण युग था। हड़प्पा, मोहनजोदड़ो जैसे शहरों का विकास।
  3. अंतिम हड़प्पा (Late Harappan) (लगभग 1900 BCE – 1400 BCE): इस समय के दौरान हड़प्पा सभ्य का पतन होने लगा था। लोगों ने बड़े शहर छोड़ दिए और पूर्व व दक्षिण की ओर चले गए।

3. भौगोलिक विस्तार और प्रमुख केंद्र (Geographical Extent and Major Centres)

  • यह सभ्यता आज के पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग (पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान) में फैली हुई थी।
  • प्रमुख शहर (Major Cities):
    • हड़प्पा (पाकिस्तान): सबसे पहले खोजा गया शहर।
    • मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान): सबसे बड़ा शहर, “मृतकों का टीला” कहलाता है।
    • कालीबंगा (राजस्थान, भारत): यहां पर जुते हुए खेत के सबूत मिले हैं।
    • लोथल (गुजरात, भारत): एक प्रसिद्ध बंदरगाह शहर (Port City) जहां डॉकयार्ड (Dockyard) मिला है।
    • धोलावीरा (गुजरात, भारत): अपने जल प्रबंधन तंत्र (Water Management System) के लिए प्रसिद्ध।
    • चन्हूदड़ो (पाकिस्तान): शिल्प उत्पादन का केंद्र, विशेष रूप से मनके बनाने (Bead-making) के लिए।

4. शहरी केंद्रों की विशेषताएं (Features of Urban Centres)

town Planning harappan civilisation

A. नियोजित शहरीकारण (Planned Layout)

दुर्ग और निचला शहर
  • ज्यादातर शहर दो हिस्सों में बंटे थे:
    1. दुर्ग (Citadel): आकार मे छोटा, थोड़ा ऊंचा पर बना हुआ, पश्चिमी हिस्सा। अनुमान ये हैं यहाँ शासक वर्ग (Ruling Class) रहता था। इसमें एक बड़ा स्नानागार (Great Bath) और अन्नागार (Granaries) मौजूद थीं।
    2. निचला शहर (Lower Town): आकार मे दुर्ग से काफी बड़ा, उससे नीचाई पर बन हुआ, पूर्वी हिस्सा। निचले शहर मे आम लोग रहते थे।
  • शहरों मे सड़कें ग्रिड पदधिति (Grid Pattern) में बनी थीं (एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं)।

B. विशाल स्नानागार (Great Bath)

  • मोहनजोदड़ो के दुर्ग में स्थित एक विशाल तालाब जैसी संरचना।
  • इसका उपयोग संभवतः विशेष धार्मिक अनुष्ठानों (Religious Rituals) के लिए होता था।
Town Planing- Grate Bath mohanjodaro

C. आवासीय वास्तुकला (Domestic Architecture)

  • हरप्पा मे मकान आंगन (Courtyard) के चारों ओर बने होते थे।
  • इन मकानों मे अलग स्नानागार (Bathrooms) और शौचालय (Toilets) होते थे।
  • और अधिकतर घरों में अपना निजी कुआँ (Well) होता था।
hause planing of harappa
computarize image of hause at harappa

D. जल निकासी प्रणाली (Drainage System)

  • शहरों की जल निकस प्रणाली(Drainage System) हड़प्पा सभ्यता की सबसे उल्लेखनीय विशेषता थी।
  • यहाँ हर घर का पानी सड़क की नालियों से जुड़ा होता था।
  • नालियाँ ईंटों या पत्थर की स्लैब से ढकी होती थीं और उनकी सफाई के लिए मैनहोल (Manholes) बने होते थे।
Drainage System in indus valley civilization
Drain System

5. सामाजिक और आर्थिक जीवन (Social and Economic Life)

A. कृषि (Agriculture)

  • हड़प्पावासी कृषि के बारे मे जानते थे। वे गेहूं, जौ, चावल, दालें, मटर और सरसों उगाते थे।
  • वे कृषि मे सिंचाई (Irrigation) का प्रयोग भी करते थे।
  • पशुपालन (Domestication of Animals): गाय, भैंस, बकरी, भेड़ आदि जानवरों को भी पालते थे।
teracotta cart

B. शिल्प और प्रौद्योगिकी (Craft and Technology)

  • मिट्टी के बर्तन (Pottery): लाल रंग के बर्तनों पर काले रंग से डिजाइन बनाए जाते थे।
  • धातुकर्म (Metallurgy): यहाँ पर लोग तांबा (Copper), कांस्य (Bronze) आदि के औजार और गहने बनाते थे।
  • मनके बनाना (Bead-making): कार्नेलियन (Carnelian), स्टीटाइट (Steatite) जैसे पत्थरों के सुंदर मनके बनाए जाते थे।
  • मोहरें (Seals): यह हरप्पा सभ्यता की सबसे विशेष कलाकृति है। यह आमतौर पर स्टीटाइट पत्थर की बनी होती थीं और इन पर जानवरों के चित्र और एक लिपि (Script) में लेख होता था। इनका उपयोग संभवतः व्यापार (Trade) और स्वामित्व (Ownership) के लिए होता था।

C. व्यापार और वाणिज्य (Trade and Commerce)

  • आंतरिक व्यापार (Internal Trade): तांबा (राजस्थान से), सोना (कर्नाटक से) का व्यापार।
  • विदेशी व्यापार (External Trade): यहाँ के लोग मेसोपोटामिया, ओमान आदि देशों से व्यापार करते थे। मेसोपोटामिया के लेखों में “मेलुहा” (Meluhha) नामक स्थान का जिक्र मिलता है जो संभवतः हड़प्पा क्षेत्र था।
  • यातायात के साधन (Modes of Transport): बैलगाड़ी (Bullock Carts), नावें (Boats) और जहाज (Ships)।

6. सामाजिक संगठन और शासक (Social Organisation and Rulers)

  • अभी तक हड़प्पाई लिपि (Harappan Script) न पढ़े जा सकने के कारण हमें सामाजिक संगठन के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
  • स्पष्ट शासक का अभाव: मेसोपोटामिया और मिस्र की तरह यहाँ कोई भव्य महल (Palaces) या पिरामिड (Pyramids) नहीं मिले हैं। इससे लगता है कि यहाँ कोई एक शक्तिशाली राजा नहीं था।
  • शासन के बारे में सिद्धांत (Theories about Rulers):
    • कुछ इतिहासकार मानते हैं कि अलग-अलग शहरों के अलग-अलग शासक थे।
    • लेकिन कुछ मानते हैं कि यह एक एकीकृत राज्य (Single State) था क्योंकि हर जगह एक जैसी वस्तुएं, ईंटें और शहर-योजना मिलती है।
bricks beads and bones purohit raja
Purohit Raja

7. धार्मिक मान्यताएं और प्रथाएं (Religious Beliefs and Practices)

  • मातृ देवी (Mother Goddess): मिट्टी की बनी स्त्री मूर्तियाँ मिली हैं, जिन्हें उर्वरता (Fertility) की देवी माना जाता है।
  • पशुपति शिव (Proto-Shiva): एक मोहर पर योग की मुद्रा में बैठे एक पुरुष देवता का चित्र है, जिसके चारों ओर जानवर हैं। इसे पशुपति शिव का प्रारंभिक रूप माना जाता है।
  • प्रकृति पूजा (Nature Worship): पीपल के वृक्ष, सांड (Bull) और पत्थर के लिंग (Phallic Symbols) की पूजा के सबूत मिले हैं।
  • दफनाने की प्रथाएं (Burial Practices): मुर्दों को गड्ढों में दफनाया जाता था, कभी-कभी उनके साथ बर्तन और गहने भी रख दिए जाते थे।

8. हड़प्पाई लिपि (Harappan Script)

  • हड़प्पावासियों ने लिखने की एक प्रणाली विकसित की थी, जो मोहरों और ताम्र उपकरणों पर देखने को मिलती है।
  • यह लिपि दाएं से बाएं लिखी जाती थी।
  • इसमें लगभग 375-400 चिन्ह (Signs) थे।
  • मुख्य समस्या: यह लिपि आज तक नहीं पढ़ी जा सकी है क्योंकि:
    • उत्खनन से प्राप्त लेख बहुत छोटे हैं।
    • कोई द्विभाषी अभिलेख (Bilingual Inscription) नहीं मिला है।
harappan symbols and latters
harappan symbols and latters

9. पतन का रहस्य (The Mystery of the End)

अब जानते हैं की लगभग 1900 BCE के आसपास हड़प्पा सभ्यता का पतन कैसे शुरू हुआ। इसके पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण जिम्मेदार थे:

  1. जलवायु परिवर्तन (Climate Change): सिंधु नदी या घग्गर नदी का सूखना या रास्ता बदलना।
  2. वनों की कटाई (Deforestation): ईंटें पकाने और कृषि के लिए जंगलों का सफाया।
  3. बाढ़ (Floods): मोहनजोदड़ो जैसे शहरों में बार-बार आई बाढ़।
  4. व्यापार का टूटना (Collapse of Trade): मेसोपोटामिया के साथ व्यापार के कमजोर पड़ने से आर्थिक संकट।

याद रखें: यह सभ्यता अचानक गायब नहीं हुई। लोग छोटी बस्तियों में चले गए और उनकी संस्कृति बाद के समय में भी जारी रही।


10. सारांश: हड़प्पा सभ्यता की विशेषताएं

  • अद्भुत शहरी योजना (Urban Planning) और जल निकासी प्रणाली।
  • कुशल कृषि और विस्तृत व्यापार।
  • एक जैसी संस्कृति (Cultural Uniformity) विशाल क्षेत्र में।
  • एक अविकसित लिपि (Undeciphered Script) और पतन का रहस्य।

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